सहकारिता विभाग कार्यालय ग्वालियर में बाहरी व्यक्तियों का कब्जा
ग्वालियर। ग्वालियर सहकारिता विभाग किसी न किसी मामले को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है विभाग का सुर्खियों में रहना कहीं कुछ अधिकारी कर्मचारियों की भ्रष्टाचारियों से सांठगांठ तो नहीं ? क्योंकि आज हमारे द्वारा जब कार्यालय पहुंच कर देखा गया तो कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। कार्यालय से एक ऐसी खबर निकल कर सामने आई है जिसमें कार्यालय की अहम फाइलों को एक बाहरी व्यक्ति खंगालता रहा था जो डाबरा का किसी संस्था का संचालक है। ग्वालियर सहकारिता विभाग भले ही अपनी कार्यप्रणाली को लेकर वाहवाही लूट रहा हो, लेकिन उनकी इस वाहवाही की पोल जब खुल जाती है जब हमारे द्वारा जयेंद्रगंज स्थित सहकारिता विभाग के कार्यालय पहुंच कर बात सकता देखी गई।तो हमने देखा कि वहां पर एक बाहरी व्यक्ति कार्यालय की अहम फाइलों को खंगाल रहा था जब मेरे द्वारा उक्त व्यक्ति का नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम जगमोहन मांझी बताया उसने अपने आप को साईं सिटीजन साख सहकारी संस्था डबरा का संचालक मंडल का सदस्य बताया

संस्था के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत हो चुकी है
 इस पूरे मामले में सोचने वाली अहम बात यह है कि जो व्यक्ति कार्यालय की अहम फाइलों को खंगाल रहा था और उसने जिस संस्था का संचालक अपने आपको बताया उस संस्था के खिलाफ दिनांक 10/12/21 को श्रीमती गीता शर्मा के द्वारा धोखाधड़ी की शिकायत की जा चुकी है जिसकी जांच चल रही है, जांच में भी अधिकारी लीपापोती कर रहे हैं
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 साक्षो से छेड़खानी तो नहीं कर रहा था जगमोहन मांझी
लेकिन सवाल यह उठता है कि  संस्था साईं सिटीजन समिति मर्यादित डबरा के खिलाफ की गई शिकायत की जांच चल रही हो तो क्या उस संस्था का संचालक जगमोहन मांझी कार्यालय की अहम फाइलों को देख सकता है? और यदि नहीं तो कहीं ना कहीं ऐसा तो नहीं कि वह किन्ही साक्ष्यों से छेड़खानी कर रहा हो।
जब हमारे द्वारा पूरे मामले की जानकारी कार्यालय के प्रभारी महोदय से उक्त मामले के संदर्भ में ली गई तो प्रभारी महोदय भी मामले को टलते हुये तथा व्यक्ति को बचाते हुए नजर आए नजर आए
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दो माह पूर्व की जा चुकी है शिकायत:-
आपको बता दें कि गीता शर्मा पत्नी अशोक शर्मा के द्वारा विगत दो माह पूर्व दिए गए आवेदन में बताया गया है कि साईं सिटीजन साख सहकारी समिति मर्यादित डबरा के संचालक जगमोहन , बलराम आदि के द्वारा हमसे आर डी एफ बी के रूप में रुपए जमा कराया गया था जिसकी संस्था के द्वारा मुझ प्रार्थी को पासबुक एवं कुछ रसीदें भी दी गई थी समय पूर्ण हो जाने पर जब प्रार्थी के द्वारा जमा धन की मांग की गई तो संस्था संचालकों द्वारा जमा धन वापस करने से मना कर दिया जिसकी शिकायत प्रार्थिनी के द्वारा सहकारिता विभाग ग्वालियर के समक्ष की गई। लेकिन आज दिनांक तक विभाग के द्वारा मुझ प्रार्थी को न्याय ना दिलाते हुए हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है
इनका कहना 
हमें संस्था के खिलाफ  हुई शिकायत के संदर्भ में कोई पता नहीं है                                  कार्यालय प्रभारी

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