ग्वालियर।शिकायतकर्ता संजीव चौरसिया,ने वताया कि ग्वालियर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी द्वारा न्यायालय में झूठा शपथ पत्र देकर और फर्जी दस्तावेज के आधार पर अपना ट्रांसफर रुकवाने का मामला सामने आया है, यूं तो ग्वालियर में जिला स्तर पर अलग-अलग विभागों में काम करने वाले कई कर्मचारी ट्रांसफर आदेशों की धज्जियां उड़ा कर, अपनी कुर्सी से चिपके हुए हैं, और ऐसा करना विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की मेहरबानी के बिना संभव नहीं है, लेकिन ग्वालियर के सिविल सर्जन कार्यालय मैं काम करने वाले महेंद्र जैन नाम के कर्मचारी का मामला कुछ अनोखा है, दस्तावेजों के अनुसार बाबू महेंद्र जैन का ट्रांसफर वर्ष 2021 में ही ग्वालियर से भिंड किया गया था, यह ट्रांसफर आदेश मध्यप्रदेश शासन भोपाल से जारी किया गया था, इस ट्रांसफर आदेश के खिलाफ महेंद्र जैन न्यायालय पहुंचे और स्वयं को मध्य प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारी बता कर झूठा शपथ पत्र भी न्यायपालिका के समक्ष पेश कर दिया, इस शपथ पत्र को झूठा एक लिए कहा जा रहा है क्योंकि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ नाम का संगठन वर्ष 2007 में ही निरस्त किया जा चुका है, ऐसी स्थिति में बरसों पहले खत्म हो चुकी संस्था को आधार बनाकर कोर्ट में दिया गया शपथ पत्र झूठा ही साबित होता है और यह भी साबित होता है कि झूठी जानकारी देकर न्यायपालिका को किया गया गुमराह,
यह भी पढ़ें
न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रही है दुष्कर्म पीड़िता, न्याय न मिलने की दशा में दी, आत्मदाह की चेतावनी
वीडयो देखने के लिए क्लिक करें