सेवड़ा पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठते सवाल, मामला अपहरण का, कायमी की गुमशुदगी की
Shiv singh Kushwah
चंबल आचरण
दतिया /सेवड़ा 30 अगस्त 20 मध्य प्रदेश के दतिया जिले के अंतर्गत आने वाले अनुभाग सेवड़ा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं पुलिस प्रशासन सेवड़ा की कार्य प्रणाली से ऐसा महसूस हो रहा है जैसे कि पुलिस प्रशासन सेवड़ा अपनी मनमानी कर रहा है क्योंकि फरियादी द्वारा बताए गए बिंदुओं पर कायमी न कर अपने मन गणित बिंदुओं पर कायमी कर दी जाती है जिससे फरियादियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जब फरियादी द्वारा यह कहा जाता है कि महोदय हमारे द्वारा तो आपके समक्ष इन बिंदुओं पर शिकायत की गई थी पर आपने हमारे बिंदुओं को छोड़ते हुए अन्य बिंदुओं पर कायमी क्यों कि है तो उन्हें डरा धमका कर वहां से भगा दिया जाता है, ऐसा ही मामला हमारे संज्ञान में आया है आपको बता दें कि विगत दिनांक 05/08/29को महिला फरियादी गौरी बाई पत्नी श्री शिरोमन कुशवाह द्वारा सेवड़ा पुलिस को बताया गया था कि कुछ लोग बोलेरो गाड़ी से आए उन लोगों के द्वारा बंदूक की नोक पर हमारे पति की मारपीट करते हुए गाड़ी में डाल कर अपहरण ले गए है श्रीमती गौरी बाई के द्वारा यह सब थाना प्रभारी सेवड़ा को बताने के उपरांत भी थाना प्रभारी महोदय द्वारा गुमशुदगी की कायमी की गई है जिस पर आवेदिका के द्वारा सवाल किया गया कि महोदय हम आपको बता रहे हैं कि हमारे पति श्री शिरोमन कुशवाह का अपहरण हुआ है और आप गुमशुदगी की कायमी कर रहे हैं ऐसा क्यों ? इस पर तिलमिलाए थाना प्रभारी महोदय ने महिला आवेदिका को अपमानित करते हुए थाने से भगा दिया जिससे दुखी होकर आवेदिका गौरी बाई पुलिस अधीक्षक महोदय दतिया के समक्ष पहुंची तो अधीक्षक महोदय ने आवेदिका की सारी बातों को सुनते हुए न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। अब यहां पर सवाल यह उठ रहा है कि आवेदिका के द्वारा बार-बार कहे जाने पर भी थाना प्रभारी महोदय ने अपराध के केस को गुमशुदगी में तब्दील किया, ऐसा प्रभारी महोदय द्वारा क्यों किया गया? क्या कारण रहा होगा यह सोचने वाली बात है। सेवड़ा पुलिस की इस प्रकार की कार्रवाई से पूरा पीड़ित परिवार दुखी/ परेशान एवं दहशत में है कि अगवा किए गए गौरी बाई के पति शिरोमन कुशवाह किस हाल में होंगे।
फिलहाल पीड़ित परिजनों द्वारा जिला कलेक्टर महोदय से गुहार लगाई जा रही है कि पूरे मामले को अपने संज्ञान में लेकर जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ कारवाई की जाए एवं पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए