प्रवासी मजदूरों को मिलने वाले खाद्यान्न पर खाद्य माफियाओं का डाका ?
मामला- जिला भिंड/ जनपद पंचायत लहार की ग्राम पंचायत बरहा का
ग्वालियर 3 जुलाई 20 मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार प्रवासी मजदूरों के प्रति कितनी ही वाहवाही लूट ली हो पर हकीकत कुछ और ही है जो अब सामने आ रही है शिवराज सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को नरेगा के तहत काम एवं खाद्यान्न के रूप में पूर्ण आश्वासन दिया गया था कि सरकार प्रवासी मजदूरों को नरेगा के तहत रोजगार देगी एवं कुछ महीनों का खाद्यान्न भी देगी पर जिला भिंड की जनपद पंचायत लहार के अंतर्गत सब उल्टा हो रहा है ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है जैसा कि सरकार के द्वारा हल्ला मचाया गया था जनपद पंचायत लहार के अंतर्गत आने वाली कई पंचायतें ऐसी हैं जहां पर प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 200 से 300 है लेकिन दिनांक 29/06/20 को वितरण किए गए खाद्यान्न सामग्री केबल 15 - 20 प्रवासी मजदूरों को देकर अपनी खानापूर्ति कर ली है जब हमारे द्वारा खाद* *वितरण करने वाली संस्था से पूछा गया कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं तो संस्था प्रबंधन ने बताया कि हमारे पास जनपद से केवल 21 लोगों की ही लिस्ट आई है इसलिए हम उन्हीं लोगों को वितरण कर रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायत बरहा में लगभग 300 परिवार प्रवासी बाहर से आए हुए हैं 21 व्यक्तियों को तो राशन वितरण कर दिया गया पर बकाया के अन्य परिवारों का क्या होगा जब हमारे द्वारा ग्राम पंचायत बरहा के सहायक सचिव से पूछा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए क्योंकि सहायक सचिव का कहना था कि जो लोग 1 मई के बाद मध्य प्रदेश के बाहर से आए हुए हैं उन्हीं का नाम हमारे द्वारा कंप्यूटर में फीड किया गया है जबकि ग्राम पंचायत बरहा में 200 से लेकर 250 प्रवासी मजदूर ऐसे हैं जो 1 मई के बाद ग्राम बरहा में आए ग्राम पंचायत के सहायक सचिव द्वारा ऐसा क्यों किया गया यह तो ईश्वर ही जाने पर प्रवासी मजदूरों का हक छीनने वाले खाद्य माफिया के इतने हौसले बुलंद हैं कि कोरोना काल मैं जो गरीब मजदूरों को शासन द्वारा सहायता दी गई है खाद्यान्न के रूप में वह पूर्ण रुप से प्रवासी मजदूरों तक नहीं पहुंची केवल कागजों में खानापूर्ति की गई है*
*खाद्यान्न वितरण में की गई धांधली की यदि श्रीमान कलेक्टर महोदय भिण्ड निष्पक्ष जांच कराते हैं तो जनपद लहार की 80% पंचायतों में खाद्यान्न घोटाला मिलेगा खाद्यान्न ना मिलने की शिकायत प्रवासी मजदूरों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों से की जा रही है*