CMHO कार्यालय ग्वालियर में भ्रष्टाचार का बोलबाला,जिस हॉस्पिटल के पंजीयन को निरस्त किया बाद में उसी को दिया नोटिस
ग्वालियर 2 जून 20 ग्वालियर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के द्वारा इस समय भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी गई स्वास्थ्य विभाग की कई शाखाएं ऐसी हैं जहां पर शासन के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कार्य किया जा रहा है जहां पर किसी भी शाखा प्रभारी को काला पीला करने के लिए मौका मिलता है तो वह पीछे नहीं हटता है वैसे भी वर्तमान सीएमएचओ महोदय के द्वारा जिस समय से ग्वालियर के स्वस्थ विभाग की कमान संभाली गई महोदय की कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठने लगी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी वर्मा की संदेश जनक कार्य प्रणाली का जीता जागता मामला संज्ञान में आया जिसके अंतर्गत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के द्वारा ओम हॉस्पिटल का पंजीयन दिनांक 04/11/19 को पत्र क्रमांक/नर्सिंग होम/ 2019/32540 जारी कर निरस्त किया गया था लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के द्वारा उसी हॉस्पिटल (ओम हॉस्पिटल) को दिनांक 17/02/20 को नोटिस जारी किया गया नोटिस क्रमांक/ शिकायत/ 2020/5930-32 के माध्यम से ओम हॉस्पिटल से स्पष्टीकरण मांगते हुए तीन दिवस में प्रस्तुत करना सुनिश्चित किया गया लेकिन ओम हॉस्पिटल के द्वारा ऐसा नहीं किया गया तदोपरांत सीएमएचओ कार्यालय द्वारा पुनः स्मरण पत्र क्रमांक/ शिकायत/2020/7571-73 दिनांक 02/03/20 को जारी कर दो दिवस का समय दिया गया
अब यहां पर सोचने वाली बात यह है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के द्वारा जिस हॉस्पिटल एपंजीयन को 04/11/19 में निरस्त किया जा चुका है उसी अस्पताल को नोटिस कैसे दिया जा सकता है इस प्रकार की कार्रवाई मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के द्वारा कई सवालों को जन्म देती है स्वास्थ्य विभाग ग्वालियर अधिकारी/कर्मचारियों का कहीं ना कहीं कमाई का जरिया बना हुआ है वरिष्ठ अधिकारी यदि ग्वालियर सीएमएचओ कार्यालय में चल रही गतिविधियों की जांच कराते हैं तो सारा मामला आईने की तरह उजागर हो जाएगा अब आगे यह देखना है कि श्रीमान कलेक्टर महोदय के द्वारा क्या कदम उठाए जा सकते हैं