आखिर क्यों नहीं दी जा रही है प्रसूताओं को प्रसूति सहा
प्रसूताय दर-दर भटकने को मजबूर
ग्वालियर दिसंबर। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार जन हितैषी योजनाओं के बारे में वाह वाही लूटने में पीछे नहीं रहती है। पर हकीकत कुछ और ही है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार में प्रसूता अपनी प्रसूति सहायता पाने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। मिली जानकारी के अनुसार नीलम कुशवाह पत्नी रविकांत कुशवाह निवासी आनंद नगर ग्वालियर को दिनांक 09/11/18 को प्रसूति गृह लक्ष्मी गंज मैं प्रसूति हुई थी। प्रसूति उपरांत प्रसूता, प्रसूति सहायता प्राप्त करने के लिए अपने सारे दस्तावेज जमा करने हेतु प्रसूति गृह लक्ष्मी गंज गई। तो वहां पर उससे सेवा शुल्क के रूप में ₹5000 मांगे गए जिसको देना नीलम कुशवाह के लिए संभव नहीं था। क्योंकि नीलम का पति रविकांत कुशवाह सब्जी का ठेला लगाकर अपना भरण-पोषण कर रहा है। तो उसका परिणाम यह हुआ कि स्वास्थ्य विभाग ग्वालियर के अधिकारी नीलम कुशवाह को इधर से उधर चक्कर लगवाने लगे। फलस्वरुप नीलम कुशवाह थक हार कर अपने घर बैठ गई। जब यह मामला हमारे संज्ञान में आया तो हमने नीलम के सारे दस्तावेज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के समक्ष जमा कराए। पर आज दिनांक तक नीलम कुशवाह को प्रसूति सहायता प्राप्त नहीं हुई। बात केवल नीलम कुशवाह कि नहीं है ग्वालियर जिले में ऐसी कई महिलाएं हैं जो नीलम की तरह थक हार कर अपने घर बैठ गई हैं। आपको बता दें कि शासन द्वारा प्रसूता महिलाओं को प्रसूति सहायता के रूप में ₹16000 मुहैया कराए जाते हैं जिसमें कुछ सहायता महिला एवं बाल विकास के द्वारा दी जाती है। पर ग्वालियर स्वास्थ्य विभाग की लाचारी के चलते वक्त योजना का लाभ प्रसूता महिलाओं को नहीं मिल रहा है।